उद्धव ठाकरे ने बेटे आदित्‍य संग किये रामलला के दर्शन

उद्धव ठाकरे ने बेटे आदित्‍य, 20 सांसदों के साथ अयोध्‍या में रामलला के दर्शन किए

उद्वव ठाकरे ने बोला कि केन्द्र सरकार कानून बनाकर राम मंदिर का निर्माण करवाए

उन्‍होंने बोला क‍ि अयोध्‍या में राम मंदिर बनकर रहेगा, हमारे लिए यह चुनावी मामला नहीं

अयोध्‍या 
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे आदित्‍य ठाकरे  20 सांसदों के साथ रविवार को अयोध्‍या में रामलला के दर्शन किए. रामलला के दर्शन के बाद उद्वव ठाकरे ने कहा, ‘हमारी मांग है कि कानून बनाकर अयोध्‍या में राम मंदिर का निर्माण केन्द्र सरकार करवाए.‘ उन्‍होंने विश्‍वास जताया कि जल्‍द से जल्‍द राम मंदिर बनेगा. शिवसेना अध्‍यक्ष ने बोला कि उन्‍हें पूरा भरोसा है कि नरेन्द्र मोदी सरकार अबकी बार राम मंदिर का निर्माण कराएगी.

अयोध्‍या में संवाददाताओं के साथ वार्ता में उद्धव ने कहा, ‘अभी मुद्दा न्यायालय में है. केन्द्र में मजबूत सरकार भी है  हम उनके साथ हैं. मोदी जी के पास निर्णय लेने का साहस है. यदि सरकार राम मंदिर बनाने का निर्णय लेती है तो फिर कोई इसे नहीं रोक सकता.

‘राम मंदिर बनकर रहेगा’
शिवसेना चीफ ने कहा, ‘राम मंदिर बनकर रहेगा. हमारे लिए राम मंदिर चुनावी मामला नहीं है. मैं अयोध्या आता रहूंगा  मंदिर भी जल्द बनेगा. अयोध्या ऐसी स्थान है जहां बार-बार आने का दिल करता है  पता नहीं आगे कितनी बार आऊंगा.‘ उन्होने बोला कि पिछले अयोध्या दर्शन में मैंने बोला था कि लोकसभा चुनाव के बाद अपने सांसदों के साथ रामलला के दर्शन करने आऊंगा  उसी क्रम में मैं यहां आया हूं. अब रामलला के दर्शन करने के बाद शिवसेना सांसद संसद में सोमवार से नयी पारी प्रारम्भ करेंगे.

एक सवाल के जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘बालासाहब यही चाहते थे की सब हिंदू एक हो जाएं  हिंदुओं की एकता कायम रहें, इसलिए हमने महाराष्ट्र के बाहर चुनाव नहीं लड़ा.‘ इससे पहले शिवसेना के 20 सांसदों के साथ उद्धव ठाकरे ने रामलला के किए दर्शन किए. लोकसभा चुनाव में शिवसेना के 18 एमपी चुनकर आए हैं. इसके अलावा, राज्यसभा में पार्टी के दो सांसद हैं. उद्धव की अयोध्‍या यात्रा को इस वर्ष होने वाले महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.

अयोध्‍या टकराव को सुलझाने में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे मदद 
शिवसेना प्रमुख के स्वागत के लिए शहर में जगह-जगह बैनर  भगवा झंडे लगाए गए. बता दें कि पार्टी के राज्‍यसभा सांसद संजय राउत ने शनिवार को बोला था कि शिवसेना मानती है कि अयोध्‍या टकराव को सुलझाने के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी  गृह मंत्री अमित शाह उच्चतम न्यायालय से अनुरोध करेंगे. शिवसेना के सभी सांसदों को ठाकरे ने शनिवार की शाम तक अयोध्या पहुंचने के लिए बोला था.

‘राम के नाम पर वोट नहीं मांगा’
राउत ने कहा, ‘हमने राम के नाम पर वोट नहीं मांगा  न ही भविष्य में मांगेंगे.‘ अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बारे में राउत ने बोला कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी  योगी के नेतृत्व में इसका निर्माण होगा. 2019 का बहुमत राम मंदिर निर्माण के लिए है. राज्यसभा में भी 2020 तक हमारा बहुमत हो जाएगा. उन्‍होंने कहा, ‘हरेक मामले को उच्चतम न्यायालय के हस्‍तक्षेप से नहीं सुलझाया जा सकता है.‘ इस वर्ष होने महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव को देखते हुए शिवसेना ने राम मंदिर पर अपना फोकस बढ़ा दिया है. राउत ने कहा, ‘बीजेपी को रोडमैप बनाना है. शिवसेना केवल एक गठबंधन सहयोगी है. महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा  शिवसेना का गठबंधन बना रहेगा.