इस देश में मिली कोरोना वैक्सीन को लगाने की मंजूरी, 95 फीसदी तक है असरदार

बोरिस जॉनसन भी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। उन्होंने कहा, ”टीका से हमें जान बचाने में मदद मिलेगी और अर्थव्यवस्था फिर से आगे बढ़ेगी।”’ टीका की दो खुराक दी जाएगी। पहली खुराक के 21 दिन बाद दूसरी खुराक दी जाएगी। दूसरी खुराक के सात दिनों बाद प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूती मिलने लगेगी।

 

एमएचआरए ने कहा कि लोगों को टीका दिए जाने के साथ वह आंकड़ों पर भी करीबी नजर बनाए रखेगी। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक ने कहा, ”मैं रोमांचित महसूस कर रहा हूं। मदद आने वाली है। यह साल बहुत कठिन रहा लेकिन 2021 बेहतर साल होगा।” सरकार ने एमएचआरए की सिफारिश को औपचारिक तौर पर स्वीकार किया है।

अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक ने साथ मिलकर इस टीके को विकसित किया है। कंपनी ने हाल में दावा किया था कि परीक्षण के दौरान उसका टीका सभी उम्र, नस्ल, अलग-अलग जगह के लोगों पर कारगर रहा। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस शानदार खबर का स्वागत किया और इसकी पुष्टि की है कि अगले सप्ताह से टीका उपलब्ध कराने की शुरुआत होगी। ॉ

दावा किया गया था कि यह टीका कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 95 प्रतिशत तक कारगर रहा है। ब्रिटेन सरकार ने कहा कि आंकड़ों के व्यापक विश्लेषण के बाद इसकी मंजूरी दी गयी और मानकों के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया गया।

इस तरह, घातक कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए अगले सप्ताह से अति जोखिम वाले लोगों के टीकाकरण करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। ब्रिटेन की दवा और स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी (एमएचआरए) ने बताया कि कोरोना वायरस वैक्सीन के ट्रायल के बाद इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि यह टीका उपयोग में लाने के लिए सुरक्षित है।

दुनिया में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के बीच एक अच्छी खबर यह है कि सरकार से प्रमाणित कोरोना वायरस वैक्सीन आ गया है। दरअसल, ब्रिटेन अग्रणी दवा कंपनी फाइजर-बायोएनटेक के कोविड-19 टीके को मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया है।