आप पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाओं को कर दिया ख़त्म

आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाओं को खत्म करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने बहुत देर कर दी, अब गठबंधन की कोई गुंजाइश नहीं बची है। आप की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने संवाददाताओं को बताया कि दिल्ली की सभी सात सीटों के लिए पार्टी के उम्मीदवार घोषित होने के बाद कांग्रेस के साथ गठबंधन की अब कोई संभावना नहीं है। पार्टी अपने उम्मीदवारों को वापस नहीं लेगी, इसलिए गठबंधन की कोई संभावना नहीं बची है।

राय ने कहा, ‘‘अब हम इस निष्कर्ष पर पहुंच गए हैं कि कांग्रेस दिल्ली को लेकर गंभीर नहीं है, क्योंकि, जिस राज्य में कांग्रेस गंभीर है वहां उनके प्रयास जारी हैं। इसीलिए रविवार को हमने अपना सातवां उम्मीदवार घोषित कर दिया। उल्लेखनीय है कि छह सीटों के लिए आप के उम्मीदवार पहले ही घोषित किए जा चुके थे। कांग्रेस की तरफ से अब बातचीत की कोई पहल किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब कोई गुंजाइश नहीं है।

कांग्रेस में आप के साथ गठबंधन को लेकर आम राय कायम नहीं हो पाने के कारण पार्टी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित गठबंधन के लिए दोटूक मना कर चुकी हैं वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन सहित अन्य नेता गठबंधन की वकालत करते हुए इस मामले में कार्यकर्ताओं से रायशुमारी कराए जाने की बात कह रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दिल्ली की सभी सात सीटों के लिये 12 मई को छठे चरण में वोट डाले जाएंगे।

बता दें कि दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में गठबंधन को लेकर काफी प्रयास किए जा रहे थै। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद कांग्रेस के साथ लड़ने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन कांग्रेस के नेता आप के साथ चुनाव लड़ना चाहते है, जिससे सहमति नहीं हो सकी।