केंद्र गवर्नमेंट द्वारा में 2.50 रुपये की कटौती करने के बाद राज्यों से व 2.50 रुपये की कमी करने की अपील का अब तक बिहार गवर्नमेंट पर प्रभाव नहीं दिखा है। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि शुक्रवार शाम को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसपर निर्णय ले सकते हैं। हालांकि केंद्र गवर्नमेंट द्वारा 2.50 रुपये के मूल्यों की कमी से लोगों को कुछ राहत मिली है।
बिहार गवर्नमेंट द्वारा पेट्रोल व डीजल के मूल्यों में कमी में योगदान नहीं करने से विपक्ष अब राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साध रही है। इधर, बिहार के वित्त मंत्री व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने स्वीकार किया है कि केंद्र गवर्नमेंट द्वारा लेटर मिलने के बाद बिहार गवर्नमेंट इस मामले पर विचार कर रही है।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को पेट्रोल व डीजल के दाम में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की थी। इसके बाद अन्य राज्यों से भी ऑयल में वैट कटौती कर प्रति लीटर 2.50 रुपये राहत देने की अपील की थी।
केंद्र की अपील पर बीजेपी शासित कुछ राज्यों ने भी ऑयल पर वैट में कटौती की घोषणा की, लेकिन बिहार पर अब तक केंद्र गवर्नमेंट की अपील का प्रभाव नहीं पड़ा है। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बोला है कि इस पर विचार किया जा रहा है। शुक्रवार शाम तक इस पर निर्णय लेगी।
इधर, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बोला कि वह केंद्रीय वित्त मंत्री के लेटर का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने बोला कि हर राज्य की स्थिति अलग होती है व इसे देख कर ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
इधर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक भाई विरेंद्र ने राज्य गवर्नमेंट के इस अड़ियल रवैये पर बोला कि बिहार गवर्नमेंट को जनता से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने बोला कि जब पड़ोसी राज्य झारखंड में ऑयल में वैट कटौती कर सकती है तो बिहार क्यों नहीं?