आइए जानते हैं आरकॉम ने किस बैंक से कितना लिया है लोन

अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस  उसकी दो यूनिट स्पेक्ट्रम  टावर्स की बिक्री से कर्जदाताओं को 9,000 करोड़ रुपये से 10,000 रुपये मिलने की उम्मीद है. आरकॉम पर करीब 49 हजार करोड़ रुपये का लोन है. आरकॉम की निवारण प्रक्रिया अक्टूबर के मध्य तक पूरी की जा सकती है. बता दें कि व्यापार जगत में एक दशक पहले तक अनिल अंबानी  रिलायंस की तूती बोलती थी.

इकोनॉमिक टाइम्स की समाचार के अनुसार, इस संदर्भ में एक सूत्र ने बताया कि, ‘शुरुआती वैल्यूएशन से पता चलता है कि अगर इनसॉल्वेंसी प्रोसीडिंग अगले कुछ महीनों में पूरी हो जाती है तो ऐसेट्स से 9,000 करोड़ रुपये से 10,000 करोड़ रुपये मिल सकते हैं.‘ बैंकों ने 49,000 करोड़ रुपये का कुल क्लेम किया है.

इन कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी 

आइए जानते हैं कि आरकॉम  इसकी दो यूनिट्स स्पेक्ट्रम  टावर्स के ऐसेट्स में क्या शामिल है.देश के 22 में से 14 टेलिकॉम सर्कल में 850 MHz बैंड में स्पेक्ट्रम, लगभग 43,000 टेलिकॉम टावर शामिल हैं. बता दें कि इनमें रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, ATC टेलिकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर, एसेट केयर ऐंड रिकंस्ट्रक्शन एंटरप्राइज जैसी कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है.

आइए जानते हैं आरकॉम ने किस बैंक से कितना लोन लिया है

  • स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भारतीय स्टेट बैंक ) – 4,800 करोड़ रुपये
  • बैंक ऑफ बड़ौदा – 2,500 करोड़ रुपये
  • सिंडिकेट बैंक – 1,225 करोड़ रुपये
  • पंजाब नैशनल बैंक – 1,127 करोड़ रुपये
  • चाइना डिवेलपमेंट बैंक – 9,900 करोड़ रुपये
  • एक्जिम बैंक ऑफ चाइना – 3356 करोड़ रुपये
  • स्टेंडर्ड चार्टर्ड बैंक (मुंबई-लंदन) – 2100 करोड़ रुपये
मार्च 2018 में रिलायंस ग्रुप का कुल लोन 1.7 लाख करोड़ रुपये था. रिलायंस कम्यूनिकेशंस के अतिरिक्त समूह की चार कंपनियों पर बेहद देनदारी है. इस देनदारी को चुकाने के लिए ही संपत्तियों को बेचा जा रहा है. जिन कंपनियों पर देनदारी है, उनमें रिलायंस कैपटिल पर 38,900 करोड़ रुपये, रिलायंस क्षमता पर तीन हजार करोड़ रुपये, रिलायंस इंफ्रा पर 17,800 करोड़ रुपये  रिलायंस इंजीनियरिंग पर सात हजार करोड़ रुपये बकाया है.