
सुनवाई के दौरान न्यायालय खचाखच भरी रही व बाहर दोनों पक्षों के सैकड़ों समर्थक निर्णय का इंतजार कर रहे थे। बताते चलें कि पूर्व CM की संपत्ति को लेकर उनके बड़े बेटे बीसीसीआइ के पूर्व चेयरमैन रणवीर सिंह महेंद्रा और पौत्री पूर्व सांसद श्रुति चौधरी वसीयतनामे को लेकर साल 2006 से आमने-सामने हैं। 31 मार्च 2005 को बंसीलाल के पुत्र सुरेंद्र सिंह का हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था, इसके एक वर्ष बाद ही 28 मार्च 2006 को बंसीलाल का भी निधन हो जाने के बाद परिवार में संपत्ति को लेकर टकराव प्रारम्भ हो गया।
पूर्व CM की कोठी खाली करने को लेकर भी सुरेंद्र की पत्नी किरण चौधरी और रणवीर सिंह महेंद्रा के बीच लंबा टकराव चला था। जिसके बाद 24 अगस्त 2006 को श्रुति ने भिवाणी न्यायालय में अपील दायर कर अपने दादा बंसीलाल की संपत्ति पर अपना अधिकार जताया था, 12 वर्ष लम्बे चले इस मामले की सुनवाई के बाद शनिवार को न्यायालय ने श्रुति की अपील को ख़ारिज करते हुए संपत्ति पर उनके दावे को भी ख़त्म कर दिया।