लंदन में डॉक्टरों ने HIV पॉजिटिव मरीज को किया ठीक, डॉक्टरों का ये तरीका हुआ सफल

वो दिन दूर नहीं जब एड्स के मरीजों का आसानी से इलाज किया जा सकेगा। दरअसल, लंदन में एक मरीज के ठीक होने के बाद इसकी उम्मीद जगी है। लंदन में डॉक्टरों ने एक एचआईवी (HIV) पॉजिटिव मरीज को ठीक कर दिया है। यह एक बहुत बड़ी सफलता है और अपने आप में ये केवल दूसरा मामला है। डॉक्टरों ने एक एचआईवी प्रतिरोधी डोनर से बोन मैरो के सफल ट्रांसप्लांट की जानकारी दी। प्रोफेसर रवींद्र गुप्ता ने बताया कि ये केस इस बात का सबूत है कि एक दिन वैज्ञानिक एड्स को पूरी तरह से खत्म कर देंगे।

एड्स महामारी के इतिहास में यह दूसरी बार है कि कोई मरीज इस खतरनाक वायरस से ठीक हुआ है। इससे पहले, एक अमेरिकी व्यक्ति टिमोथी रे ब्राउन का जर्मनी में साल 2007 में इलाज किया गया था, ब्राउन अब एचआईवी से मुक्त हैं। डेली मेल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह मामला सिएटल में एक एचआईवी सम्मेलन में प्रस्तुत किया जाएगा।

डाक्टर गुप्ता ने हालांकि कहा कि मरीज क्रियात्मक रूप से ठीक हो गया है, लेकिन उन्होंने ये भी कहा मरीज पूरी तरह ठीक हो गया है, ये कहना थोड़ी जल्दबाजी होगी। इस शख्स को ‘लंदन का मरीज’ कहा जा रहा है। वहीं,’बर्लिन मरीज’ का इलाज करने वाले जर्मन डॉक्टर डॉ. गेरो हटर ने नए मामले को ‘बड़ी खबर’ बताया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक अज्ञात व्यक्ति को 2003 में एचआईवी का पता चला था और 2012 में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए ड्रग्स लेना शुरू कर दिया था। बाद में, उसके अन्दर कैंसर विकसित हो गया था। डॉक्टरों ने उन्हें 2016 में किसी तरह स्टेम सेल प्रत्यारोपण के लिए मनाया। इस केस की रिपोर्ट प्रतिष्ठित पत्रिका ‘नेचर’ में प्रकाशित हुई थी।