रेल के आगे खुद ऐसे मौत को दावत देते हैं लोग

रेलवे को लेकर देश में लोगों के बीच लापरवाही इस कदर हावी है कि वे मौत को दावत देने से नहीं चूकते।हाल ही दशहरे पर जहां पंजाब के अमृतसर में करीब 300 लोग पटरी पर ट्रेन की चपेट में आ गए थे, वहीं यूपी में सुल्तानपुर जिले में भी लोग पटरियों पर ट्रेनों के आवागमन के बीच ही गुजरते दिखे हैं। गनीमत यह रही कि ट्रेन चल नहीं रही थी और जो ट्रेनें गुजर रहीं थीं वे हॉर्न दे रही थीं।Image result for रेल के आगे खुद ऐसे मौत को दावत देते हैं लोग

सुल्तानपुर में लोगों की बड़ी लापरवाही

आए दिन रेलवे ट्रैक पर बड़े हादसे की ख़बर देखने और सुनने को मिल रही है। कुछ खबरे तो ऐसी होती हैं जिसे सुन शरीर के रोएं खड़े हो जातें हैं। लेकिन वक़्त के साथ हम उन चीख और पुकार को भूल ज़माने की धुन पर बह जाते हैं। क़ाबिले गौर है सुल्तानपुर की ये तस्वीर जो सच्चाई बयां कर रही है। ये तस्वीर इस बात की ओर इशारा कर रही है कि सरकार और रेल के जिम्मेदारों से ज्यादा गुनाहगार तो पब्लिक ही है। वायरल वीडियो में आप खुद देख सकते हैं के स्थानीय रेलवे स्टेशन से पहले क्रासिंग पर माल गाड़ी खड़ी है। बावजूद क्रासिंग बंद होने के लोग क्रासिंग पार कर रेल ट्रैक पर आ गए। इतना ही होता तो गनीमत था, कुछ तो माल गाड़ी के गुजर जानें के इन्तेज़ार में खड़े हो गए और कुछ इतनी जल्दी में थे कि जान की परवाह किए बगैर माल गाड़ी के डिब्बों के बीच से ही उस पार जानें लगे।

कौन जिम्मेदार होगा हादसे का

बड़ा सवाल ये है कि आखिर ऐसे में माल गाड़ी चल जाती और कोई बड़ी अनहोनी घट जाती तो क्या फिर हम-आप सरकार और रेल प्रशासन को ही ज़िम्मेदार ठहराते? या सच में पब्लिक भी कुछ हद तक हादसों की ज़िम्मेदार है?