अमेरिकी राष्ट्रपति की डेमोक्रेटिक उम्मीदवार तुलसी गबार्ड ने भारतीय मूल की अमेरिकी सीनेटर कमला हैरिस से माफी मांगने के लिए बोला है.
उन्होंने आरोप लगाया कि जब वह कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल थीं, तो लोगों को बहुत ज्यादा कठिनाई हुई थी.गबार्ड (38) व हैरिस (54) दोनों भारतीय मूल की हैं. सीएनएन की डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की बहस में बुधवार को डेट्रायट में दोनों एक साथ नजर आईं.
गबार्ड अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने वाली पहली हिंदू सांसद हैं. वह हैरिस से राष्ट्रपति के ओपिनियन पोल में पीछे चल रही हैं. बुधवार को अपराधी जस्टिस सिस्टम के मामले पर वह कैलिफोर्निया की सांसद हैरिस पर बरसती नजर आईं.गबार्ड ने कहा, ‘‘अटॉर्नी जनरल रहने के दौरान हैरिस ने कैलिफोर्निया के लोगों के लिए अच्छा कार्य नहीं किया. उनके समय में लोगों की स्थिति बदतर हो गई थी. निर्दोष लोगों को न्याय नहीं मिलनाकाफी कठिन हो गया था. उन्हेंसबूत पेश करते-करते उनकी मृत्यु हो जाती थी.’’
उन्होंने हैरिस से बोला कि इसके लिए कोई बहाना नहीं चलेगा. जिन लोगों को आपके कार्यकाल के दौरान कठिनाई हुई उनसे आपको माफी मांगनी चाहिए. अमेरिका में 3 नवंबर 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव होने वाला है.
‘न्याय व्यवस्था को सुधारने के लिए कई कार्य किए’
हैरिस ने डिबेट के दौरान अपने बचाव में कहा, ‘‘कैलिफोर्निया की अटार्नी जनरल के रूप में मैंने कई जरूरी कार्य किए. मैंने चार करोड़ लोगों वाले प्रदेश की न्याय प्रणाली बेहतर करने के लिए ठोस कदमउठाया. ताकियह नेशनल मॉडल बन सके. मुझे अपने द्वारा किए गए कामों पर गर्व है. मैंने अटार्नी जनरल के रूप में प्रदेश की कार्यप्रणाली कोदुरुस्त करने के लिए कई निर्णय लिए. हमने अपराधियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए उनका काउंसलिंग करना प्रारम्भ किया.’’
मैंने हमेशा सज़ा-ए-मौत का विरोध किया-हैरिस
हैरिस ने बोला कि जीवनभर मैं सज़ा-ए-मौत का विरोध करती रही. लेकिन इसमें परिवर्तन नहीं हुआ. मैंने बेहद बुरी स्थिति का सामना किया है.गबार्ड ने हैरिस पर आरोप लगाया कि वह कारागार में कैदियों का सस्ते मेहनतकश के रूपमें प्रयोग करती थीं. उनके समय में गरीबों की स्थिति बेहद बेकार हो गई थी.