
मेनका गांधी ने मुनगंटीवार को बाघिन टी1 को मारने के आदेश को पारित करने का आरोप लगाया है. फडणवीस को लिखे लेटर में गांधी ने लिखा, ‘मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि बाघिन को मारने की जिम्मेदारी तय की जाए व श्री मुनगंटीवार को राज्य गवर्नमेंट के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के पद से हटाने के बारे में विचार किया जाए.‘ उन्होंने बोला कि यदि वन एवं पर्यावरण मंत्रालय जानवरों की सुरक्षा के बजाए उनकी मर्डर को शह देगा तो वह निश्चित तौर पर अपने कर्तव्य में असफल रहा है. यह उसी तरह है जैसे महिला एवं बाल विकास मंत्रालय बाल तस्करी के लिए कार्य करे.
सोमवार को देवेंद्र फडणवीस ने बोला था, ‘शुरुआती रिपोर्ट्स दिखाती हैं कि वन विभाग की टीम ने टी1 उर्फ अवनि को आत्मरक्षा में मार गिराया क्योंकि उसे बेहोश करने की प्रयास में उसने उनपर हमला कर दिया था.‘ इस मसले पर बात करते हुए मुनगंटीवार ने बोला कि वन विभाग में कोई भी बाघिन को मारना नहीं चाहता था व इसी वजह से विभाग के हजारों सुरक्षाबल पिछले तीन महीनों से उसे जिंदा पकड़ने की प्रयास कर रहे थे. शुक्रवार को शार्प शूटर शफथ अली खान ने अवनि को मार गिराया था.
बाघिन की मौत के बाद से वन्यजीव संरक्षण संस्थाएं इसका विरोध कर रही हैं. मुनगंटीवार ने हालांकि इस मर्डर का यह कहते हुए बचाव किया कि इससे लोकल किसानों व आदिवासियों के बीच अशांति का माहौल पैदा हो गया था क्योंकि पिछले 2 वर्षों में अवनि ने 14 लोगों को मार दिया था. बता दें कि बाघिन को पकड़ने के लिए वन विभाग के अधिकारियों सहित कुल 200 लोगों की टीम सर्च ऑपरेशन चला रही थी. इस ऑपरेशन में 4 हाथियों व वन्यजीव पशु चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम को भी लगाया गया था.