
मुंबई मिरर के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि एमजे अकबर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद गवर्नमेंट में भारी बेचैनी है व उनका असमर्थनीय बचाव नहीं किया जा सकता है.हालांकि अभी वो नाइजीरिया की यात्रा पर हैं व गुरुवार को उनके लौटते ही उनसे मंत्री पद छोड़ने के लिए बोला जा सकता है.
बीजेपी के एक उच्च स्तरीय सूत्र ने बोला कि बेशक, उनके (एमजे अकबर) विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी. हालांकि इस्तीफे की मांग से पहले अकबर को इतनी रियायत जरूर दी जाएगी कि वो अपने ऊपर लगे सभी तरह के आरोपों पर सफाई दे सकें.
बता दें कि प्रिया रमानी व प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की दो महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. प्रिया रमानी का कहना है कि एमजे अकबर ने होटल के एक कमरे में साक्षात्कार के दौरान कई महिला पत्रकारों के साथ आपत्तिजनक हरकतें की हैं.
वहीं, प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की महिला पत्रकार का कहना है कि उनके साथ हुई घटना 17 वर्ष पुरानी है. अकबर उनसे अश्लील टिप्पणियां किया करते थे व उनका जीना कठिन कर दिया था. वह इतने वर्षों तक इसलिए चुप रहीं क्योंकि उनके पास सबूत नहीं थे.
एमजे अकबर के बचाव में उतरे बीजेपी सांसद
एमजे अकबर पर लगे इन आरोपों के बाद अब बीजेपी सांसद उदित राज उनके बचाव में उतर गए हैं. उन्होंने महिला पर आरोप लगाते हुए बोला कि वह 10 वर्ष बाद सामने क्यों आई है? उदितराज ने ‘मी टू’ अभियान को गलत प्रथा की आरंभ बताया है. उन्होंने यह भी बोला कि इतनी देरी की है तो आरोपों की सत्यता की जांच कैसे होगी?