
लालटेन यात्रा के दौरान राकेश सिंह ने बोला कि मध्यप्रदेश सरप्लस बिजली वाला प्रदेश था. किसानों को 10 घंटे व घरों में 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति थी. यहां कांग्रेस पार्टी सरकार ट्रांसफर के बाद ट्रांसफार्मर घोटाला करना चाहती है, इसीलिए तमाम बहाने बनाए जा रहे हैं. प्रदेश के दशा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. कमलनाथ को प्रदेश की जनता से कोई लेना-देना नहीं है.बिजली के इन्हीं उपकरणों से 15 वर्ष तक बीजेपी सरकार ने भरपूर बिजली दी.
उधर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यात्रा के बाद शुजालुपर में सभा के दौरान बोला कि कमलनाथ कलंकनाथ हो गए. बेटियां सुरक्षित नहीं है. कानून व्यवस्था चरमरा गई है. इसे लेकर उन्होंने आम लोगों से उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को लेटर लिखने की अपील की.
इस लालटेन यात्रा को लेकर प्रदेश कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बोला कि प्रदेश में बिजली का कोई संकट नहीं है. बिजली सरप्लस उपलब्ध है.पर्याप्त लाइट व सरप्लस बिजली की उपलब्धता में बीजेपी का लालटेन यात्रा निकालना हास्यास्पद है. बीजेपी के नेता सिर्फ आपसी प्रतिस्पर्धा में नंबर एक बनने की होड़ में झूठे मुद्दों पर राजनीतिक आंदोलन कर रहे हैं.