आयरलैंड की लेखिका एना बर्न्स को उनकी किताब ‘मिल्कमैन’ के लिए प्रतिष्ठित मैन बुकर पुरस्कार से नवाजा गया है। मंगलवार को उन्हें यह सम्मान दिया गया। यह उपन्यास 1970 के समय काल में उत्तरी आयरलैंड में रहने वाली एक 18 वर्षीय लड़की के इर्द-गिर्द घूमता है जिसमें लड़की एक रहस्यमयी और उम्र में उससे कहीं बड़े एक व्यक्ति से संबंध बनाने के लिए मजबूर होती है।

पुरस्कार का निर्णय लेने वाले जजों ने कहा कि बर्न ने अपनी इस किताब में डार्क ह्यूमर का बेहतरीन प्रयोग किया है। लेखक, दार्शनिक और जज में से एक क्वाम एंथोनी एपियाह ने कहा कि हम सबमें से किसी ने भी इस तरह का कुछ भी नहीं पढ़ा था। उन्होंने कहा कि एना बर्न की इस किताब में क्रूरता व यौन शोषण को ह्यूमर के साथ प्रस्तुत किया गया है।
56 वर्षीय एना आइरिश लेखिका हैं। वह 1987 में लंदन में रहने लगी थीं। उनकी पहली किताब ‘नो बोंस’ थी। उनके बाकी उपन्यासों में ‘लिटिल कंस्ट्रक्शंस’ और ‘मोस्टली हीरोज’ हैं। पाठकों के बीच वह अपनी अद्भुत लेखन शैली के लिए जानी जाती हैं। यह पुरस्कार जीतने वाली वह पहली उत्तरी आइरिश लेखिका हैं।