
पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने शुक्रवार को बताया कि इस तरह के हमले पिछले एक सप्ताह में गांधीनगर, मेहसाना, साबरकांठा, पाटन व अहमदाबाद जिलों में हुए हैं व इन घटनाओं के विषय में 170 लोगों को अरैस्ट किया गया है.
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर गैर गुजरातियों, खासकर बिहार एवं यूपी के लोगों के विरूद्ध नफरत भरे संदेश फैलाए जाने के बाद ये हमले हुए.
पुलिस ने बताया कि 28 सितंबर को साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर कस्बे के पास एक गांव में 14 माह की बच्ची से कथित तौर पर दुष्कर्म हुआ था.
उन्होंने बताया कि बिहार के रहने वाले रविंद्र साहू नाम के मेहनतकश लोग को घटना वाले दिन ही अरैस्ट कर लिया गया था.
झा ने संवाददाताओं को बताया कि गैर गुजरातियों पर हमले के बाद से राज्य के विभिन्न जिलों में अब तक 18 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं.
उन्होंने कहा,‘‘हमनें 170 लोगों को अरैस्ट किया है. हम इस तरह की गतिविधियों की किसी भी मूल्य में अनुमति नहीं देंगे. हमनें कारखानों व (हाउसिंग) सोसाइटियों में निगरानी बढ़ा दी है.हम सोशल मीडिया संदेशों पर भी कठोर नजर रख रहे हैं.’’
दुष्कर्म का आरोपी बिहार का रहने वाला है, यह पता लगने के बाद क्षत्रिय ठाकोर सेना ने बोला कि अन्य राज्यों के प्रवासी कामगारों को गुजरात में जॉब नहीं दी जानी चाहिए.
पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर किसी आदमी ने यह संदेश फैला दिया कि एक फैक्ट्री में बड़ी संख्या में गैर गुजराती लोगों को जॉब दी गई है. इसके बाद शुक्रवार की प्रातः कालअरवल्ली जिले के काबोला गांव में एक फैक्ट्री के बाहर 200 लोगों की भीड़ इकट्टी हो गई.
हालांकि, अरवल्ली जिले के पुलिस अधीक्षक मयूर पाटिल ने बोला कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया व इनमें से 13 लोगों को अरैस्ट किया गया व उन पर दंगा भड़काने व दो समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के आरोप लगाये गये.