
पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम अंकित है। इसने पैसे के लालच में अपने ही मालिक व सीए के विद्यार्थी चंदन झा को पहले किडनैप किया व फिर उसकी गला दबाकर मर्डर कर दी।आरोपी अंकित चंदन झा की उबर कैब में बतौर ड्राइवर कार्य करता था। 10 मई को उसने यह जॉब छोड़ दी थी।
पहले की पार्टी फिर उतार दिया मृत्यु के घाट
नौकरी छोड़ने के बाद आरोपी अंकित ने एक प्लान बनाया। प्लान के मुताबिक 15 मई को अंकित ने अपने मालिक चंदन झा को फेयरवेल पार्टी के नाम पर गाजियाबाद के कौशांबी बुलाया। यहां पहले पार्टी हुई व फिर चंदन झा को अंकित व उसके एक दोस्त ने किडनैप कर उससे पैसे की डिमांड करने लगे।
आरोपियों ने चंदन से ही दबाव बनाकर उसके घरवालों को फोन करवाया व जब चंदन के ATM में 1 लाख 60 हजार रुपए घरवालों ने डाल दिए तो अंकित व उसके दोस्त ने गला दबाकर चंदन झा की मर्डर कर दी। मर्डर के बाद आरोपियों ने डेड बॉडी को चंदन की डिजायर कार से नोएडा के सूफीयाना गांव ले जाकर वहां के जंगलों में छुपा दिया। वारदात में प्रयोग चंदन की कार को आरोपी मुरादनगर पहुंचा आए।
सीसीटीवी फुटेज से मिले सुराग पर आरोपी तक पहुंची पुलिस
उधर 15 मई को शकरपुर इलाके के अपने किराए के घर से निकले चंदन को जब उसके घरवाले लगातार फोन कर रहे थे व घरवालों की बात चंदन से नही हो पा रही थी तो दिल्ली पुलिस को चंदन की गुमशुदगी की रिपोर्ट दी जाती है. पुलिस जिसके बाद अपरहरण का केस पंजीकृत जाँच प्रारम्भ करती है तो चंदन के बैंक एकाउंट व ATM की पड़ताल की जाती है.
कई दिनों तक चंदन से बात नहीं होने पर घरवालों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई। पुलिस ने जब बैंक अकाउंट व एटीएम की पड़ताल की तो पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे। जिस एटीएम से चंदन के अकाउंट से पैसे निकाले गए थे, पुलिस वहां पहुंची व सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। इस दौरान चेहरा छुपाया एक शख्स दिखा। लेकिन पुलिस को इससे कोई खास सफलता नहीं मिली।
इसके बाद पुलिस ने चंदन झा की कॉल डिटेल्स से पुलिस अंकित के घर पहुंची। पुलिस को यहां एटीएम के फुटेज में दिखा शर्ट अंकित के पुराने फोटो में दिख गया। इसी के आधार पर पुलिस उसे अरैस्ट कर ली। फिर आरोपी ने सिलसिलेवार ढंग से पूरी घटना की कहानी पुलिस को सुनाई।