पीएम मोदी के खिलाफ बोलना इस नेता को पड़ा भारी, हुई 3 साल की सजा

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा-राष्ट्रीय एकीकरण का मतलब जम्मू और कश्मीरको तोड़ना, चुने गए प्रतिनिधियों को कारागार में बंद कर देनाऔर संविधान का उल्लंघन करनानहीं है. उन्होंने बोला कियह देश यहां के लोगों से बना है, न कि जमीन के टुकड़े से. देश की सुरक्षा के लिए ताकत का यह गलत प्रयोग है.

इससे पहले सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370  35ए हटाने का संकल्प पेश किया. इसके बाद सरकार ने जम्मू और कश्मीर से विशेष प्रदेश का दर्जा वापस ले लिया. अनुच्छेद 370 को हटाया गया. अब से जम्मू और कश्मीर  लद्दाख दो केंद्रशासित प्रदेश होंगे. शाह ने सदन में यह स्पष्ट किया था किउचित समय आने पर इन केंद्रशासितप्रदेशों को प्रदेश का दर्जा दे दिया जाएगा.

शाह ने लोकसभा में अनुच्छेद 370 हटाने का प्रस्ताव रखा
गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का प्रस्ताव पेश किया. प्रस्ताव पेश करते वक्त शाह की कांग्रेस पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी से तीखी बहस भी हुई. दरअसल, चौधरी ने बोला था कि कश्मीर मुद्दा संयुक्त देश में लंबित है  ऐसे में यह अंदरूनी मुद्दा कैसे होने कि सम्भावना है? शाह ने जवाब दिया कि अगर हमने कोई िनयम तोड़ा हो तो आप उसे बताएं. उन्होंने बोला कि जम्मू और कश्मीर में पीओके  अक्साई चिन भी हैं. इसके लिए हम जान दे देंगे.

राज्य के पुनर्गठन में दिक्कतें थीं
केंद्र ने 70 वर्ष पुराने अनुच्छेद 370 को इसलिए निष्प्रभावी किया, क्योंकि इससे प्रदेश का पुनर्गठन नहीं किया जा सकता था. अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा मिला हुआ था. संसद से पारित कई कानून इस प्रदेश में लागू नहीं हो पाते थे.