
जानकारी के लिए बता दें, इसी में नोएडा की ईशा बहल ने जीती व उन्हें ये मौका मिला। ईशा पढ़ाई पूरी करने के बाद एक सोशल इंटरप्रेन्योर बनना चाहती हैं, लेकिन फ़िलहाल वो सोमवार को ब्रिटिश उच्चायुक्त के पद पर कार्य करती रहीं हैं। इस पद पर आने के बाद ईशा ने कई बैठक ली व कई स्थान का दौरा भी किया। ब्रिटिश हाई कमिशनर बनने के बाद वह गुरुग्राम भी गईं वहां चल रहे प्रोजेक्ट का मुआयना किया।
इसके अतिरिक्त अपने इस अनोखे अनुभव के बारे में ईशा का कहना है कि यह मौका उनके बेहद ही खास व अहम है। वो कहती हैं इस एक दिन पद से उन्हें ये पता चला कि हिंदुस्तान वब्रिटेन के संबंध कितने गहरे हैं। प्रतियोगिता में ईशा ने बहुत ज्यादा मेहनत की थी जिसे लेकर उन्होंने कई खुलासे किये।
ईशा बताती है कि यह सब उनके बेहद ही सरल था, क्योंकि उन्हें एक वीडियो बना कर फेसबुक पर अपलोड करना था जिसमें ये बताना था कि लेंगीं समानता उनके लिए क्या है। ये सब करने के बाद उनके पास एक मेल आया जिसमें लिखा था कि वो इसे जीत गई हैं जो बेहद ही बेहतरीन अनुभव रहा। वहीं, ब्रिटिश हाई कमिश्नर डोमिनिक एस्क्विथ ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि हम यह प्रतियोगिता आयोजित करा सके व इंडियन युवतियों को उनके मुद्दों पर बात करने के लिए मंच दे सके। ‘