जैश-ए-मोहम्मद पर इस कारवाही के लिए अमेरिका ने पाक को दी ये बड़ी चेतावनी

अमेरिका ने आतंक को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी दी है। अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और उसके सरगना मसूद अजहर के खिलाफ कार्रवाई करे। उसने कहा है कि ये कार्रवाई दिखनी चाहिए।

अमेरिका ने कहा कि ‘हम पाकिस्तान से फिर अपील करते हैं कि वह अपने देश में आतंकवादियों की पनाहगाह को नष्ट करके संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करे।’

वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भारतीय पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने की घोषणा से जुड़े सवाल के जवाब में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की इस प्रतिबद्धता का स्वागत करते हैं कि पाकिस्तान उसकी हिरासत में बंद भारतीय पायलट को शुक्रवार को रिहा करेगा।’

उन्होंने कहा, ‘अमेरिका दोनों पक्षों से अनुरोध करता है कि वे प्रत्यक्ष वार्ता करके और अन्य माध्यमों से तनाव कम करने के लिए तत्काल कदम उठाएं। सैन्य गतिविधि से हालात और बिगड़ेंगे।’

पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास दोनों पक्षों की वायु सेनाओं के बीच मुठभेड़ के बाद बुधवार को अभिनंदन को उस समय पकड़ लिया था, जब उनका मिग 21 लड़ाकू विमान गिर गया था।

गुरुवार को दो अमेरिकी सीनेटरों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शांतिपूर्ण समाधान के लिए अनुरोध किया था। एक खत में सीनेटर जैरी मोरन और जिएन शाहीन ने भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही तनावपूर्ण स्थिति के बारे में कहा। उन्होंने इस खत में ट्रंप से ये सुनिश्चित करने को कहा कि पाकिस्तान आतंकी संगठनों के खिलाफ काम करे।

बता दें इससे पहले भारत द्वारा पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर किए गए हवाई हमले के एक दिन बाद अमेरिका का बयान आया था। अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा कि वह अपनी जमीन से गतिविधियां चलाने वाले आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे और किसी भी कीमत पर भारत के साथ तनाव को और ज्यादा बढ़ाने से बचे। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने फोन पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी से बात की और सैन्य कार्रवाई से बचने की सलाह दी।

पोम्पियो ने बयान जारी करते हुए कहा था कि भारत द्वारा आतंकवाद के विरुद्ध 26 फरवरी को की गई कार्रवाई के बाद उन्होंने क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को बनाए रखने, हमारी (अमेरिका और भारत) घनिष्ठ सुरक्षा साझेदारी और साझा लक्ष्य पर जोर देने के लिए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी बात की। साथ ही पोम्पियो ने दोनों देशों से शांति बरतने की अपील भी की थी।