कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में जनाधिकार पार्टी के इस नेता से किया गठबंधन, ये है पीछे का राज़

कांग्रेस उत्तर प्रदेश में फूंक फूंक कर कदम रख रही है. उसने गठबंधन के लिए छोटे-छोटे दलों की ओर रुख किया है. पहले अपना दल और अब जनाधिकार पार्टी के साथ उसके गठबंधन ने यह साफ़ किया है कि उसकी नज़रें गैर-यादव वोटों को अपने पाले में करने की है.

कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा की जनाधिकार पार्टी के साथ गठबंधन किया.

बाबू सिंह कुशवाहा का अपने समुदाय (कुर्मी) पर अच्छी पकड़ मानी जाती है और बुंदेलखंड ओबीसी बहुल इलाका है.

लिहाजा कांग्रेस ने इस इलाके की पांच सीटें कुशवाहा की पार्टी को दी हैं जबकि कुशवाहा के दो अन्य उम्मीदवारों को कांग्रेस अपने चुनाव चिह्न पर मैदान में उतारेगी.

कांग्रेस ने अपना दल को भी दो सीटें गोंडा और पीलीभीत दी हैं. कृष्णा पटेल की अगुवाई वाले अपना दल को पटेल एवं दूसरे पिछड़े वर्गों का समर्थन हासिल है.

गौरतलब है कि कुशवाहा एनआरएचएम घोटाला मामले में अभियुक्त हैं बीएसपी की सरकार में मंत्री थे. वो लगातार कहते रहे हैं कि एनआरएचएम घोटाले में अकेले उन्हें बलि बनाया जा रहा है.

27 साल तक पार्टी के साथ रहने के बाद उन्होंने बीएसपी का साथ छोड़ दिया और कुछ समय के लिए बीजेपी में शामिल हुए, लेकिन केवल चार दिनों बाद ही बीजेपी ने उनसे पल्ला झाड़ लिया था. फिर उन्होंने अपनी पार्टी का गठन किया.