इस भारतीय त्योहार पर विदेशी महिलाओं ने किया श्रृंगार

राजस्थान के पुष्कर में रूप चतुदर्शी के मौके पर महिलाओं ने ब्युटी पार्लर की ओर रूख किया तो ऐसा लगा कि मानों पुष्कर शहर में खूबसूरती की कोई प्रतियोगिता चल रही हो। रूप चतुदर्शी पर रूप निखारने की परंपरा तो सदियों पुरानी है लेकिन बदलते समय के साथ-साथ रूप निखारने के तरीकों में भी बदलाव आ गया है। इस पर्व की सबसे खास बात यह रही कि इसमे विदेशी महिलाओं ने भी भाग लिया और सोलह श्रृंगार कर रूप चतुर्दशी का पर्व मनाया।Image result for इस भारतीय त्योहार पर विदेशी महिलाओं ने किया श्रृंगार

यह पर्व प्राचीन समय से चली आ रही है। रूप चतुदर्शी पर प्राचीन समय में महिलाएं रूप निखारने के लिए उबटन ओर मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग किया करती थीं। वहीं अब इनकी जगह कॉस्मेटिक आइटम ने ले लिया है। इस बार रूप चतुदर्शी पर अजमेर व पुष्कर के सभी ब्युटी पार्लरों में खासी भीड़ दिखाई दी। भारतीय महिलाओं ने जंहा एक ओर रूप निखारने में कोई कसर नही छोड़ी।

वहीं दूसरी ओर तीर्थ नगरी पुष्कर की बात करें तो यहां विदेशी महिलाएं भी सजने-संवरने में पीछे नहीं रहीं। इन बालाओं ने भी ब्यूटी पार्लर में सोलह श्रृंगार तो किए साथ ही भारतीय परिधान भी पहने। जब यह विदेशी बालाएं श्रृंगार करके बाजारों से गुजरी तो लोगों की नजरें इनसे हट तक नहीं रही थी। फ्रांस की मालिनी ने बताया कि रूप चतुदर्शी पर श्रृंगार करके उसे बेहद अच्छा लगा और उसने स्थानीय महिलाओं के साथ इस पर्व का जमकर लुत्फ उठाया।