संसार के सबसे ताकतवर राष्ट्रों में से एक कहे जाने वाले की जान हाल ही में बाल-बाल बचे है. दरअसल कुछ अज्ञात लोगों ने हाल ही में बड़ी चालाकी से उनकी जान लेने की योजना बनाई थी लेकिन अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी व अमेरिकी सुरक्षाबलों की सूझ-बुझ ने इन लोगों की इन कोशिशों को नाकाम कर दिया है.![Image result for à¤
मà¥à¤°à¤¿à¤à¥ राषà¥à¤à¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ डà¥à¤¨à¤¾à¤²à¥âड à¤à¥à¤°à¤à¤ª à¤à¥ à¥à¤¤à¥à¤² à¤à¥ à¤à¥à¤¶à¤¿à¤¶](https://images1.livehindustan.com/uploadimage/library/2018/03/17/16_9/16_9_1/Donald_Trump_1521267513.jpg)
![Image result for à¤
मà¥à¤°à¤¿à¤à¥ राषà¥à¤à¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ डà¥à¤¨à¤¾à¤²à¥âड à¤à¥à¤°à¤à¤ª à¤à¥ à¥à¤¤à¥à¤² à¤à¥ à¤à¥à¤¶à¤¿à¤¶](https://images1.livehindustan.com/uploadimage/library/2018/03/17/16_9/16_9_1/Donald_Trump_1521267513.jpg)
दरअसल को हाल ही में कुछ अज्ञात लोगों ने राइसिन नामक विषैला पदार्थ से एक खत लिख कर भेजा था. इसी तरह अमेरिकी सुरक्षाबलों के हेडक्वार्टर पेंटागन में भी ऐसे ही दो खत भेजे गए थे. हालाँकि पेंटागन व वाइट हाउस में पहुंचने से पहले ही जांच एजेंसियों ने इन खतों की जाँच कर ली थी व उन्हें राष्ट्रपति भवन में जाने से रोक लिया.
जाँच एजेंसियों के मुताबिक इन खतों को राइसिन नामक बेहद खतरनाक जहरीले रसायन से लिखा गया है. यह पदार्थ सायनाइड नामक जहर से 6,000 गुना ज्यादा खतरनाक है. यह इतना खतरनाक है कि यदि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प इसे छू लेते या सूंघ भी लेते तो उनकी मौत तक हो सकती थी. अमरीकी सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक राइसिन का प्रयोग आमतौर पर आतंकी साजिशों में किया जाता है.