
संयुक्त देश के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग पॉपुलेशन डिविजन ने द वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रोस्पेक्ट 2019 हाइलाइट्स (विश्व जनसंख्या संभावना) मुख्य बिंदु प्रकाशित किया है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले 30 सालों में दुनिया की जनसंख्या दो अरब तक बढ़ने की आसार है. 2050 तक जनसंख्या के 7.7 अरब से बढ़कर 970 करोड़ तक पहुंच जाने का अनुमान है.
वैश्विक जनसंख्या में जो वृद्धि होगी उसमें आधी से अधिक वृद्धि भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, इथियोपिया, तंजानिया, इंडोनेशिया, मिस्र वअमेरिका में होने का अनुमान है. इन राष्ट्रों में हिंदुस्तान में सबसे अधिक वृद्धि होगी.
चीन में आ रही है कमी
वर्ष 2019 से 2050 तक 55 राष्ट्रों व क्षेत्रों में आबादी में एक प्रतिशत या उससे अधिक की कमी आने का अनुमान है. इनमें से 26 की जनसंख्या में 10 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है. उदाहरण के तौर पर चाइना में इस समय अवधि में जनसंख्या में 3.14 करोड़ यानी 2.2 प्रतिशत कम होने का अनुमान है. इस रिपोर्ट में बोला गया है कि कई राष्ट्रों में प्रवास भी जनसंख्या में परिवर्तन का जरूरी घटक है.
रिपोर्ट के अनुसार 2010 व 2020 के बीच, 14 राष्ट्रों या क्षेत्रों में दस लाख से अधिक प्रवासियों का आगमन देखा जाएगा, जबकि 10 राष्ट्रों से इतने ही लोग अन्य राष्ट्रों की ओर जाएंगे.
रिपोर्ट में बोला गया है, “बड़ी संख्या में प्रवासी कामगारों की मांग (बांग्लादेश, नेपाल व फिलीपींस) के कारण प्रवास हुआ है. इसके अतिरिक्त हिंसा, असुरक्षा व सशस्त्र लड़ाई (म्यांमार, सीरिया व वेनेजुएला) के कारण भी बड़ी संख्या में लोगों ने दूसरे राष्ट्रों की ओर प्रवास किया है.
बेलारूस, एस्टोनिया, जर्मनी, हंगरी, इटली, जापान, रूसी संघ, सर्बिया व यूक्रेन में एक दशक में प्रवासियों की बढ़ोतरी दिखेगी. जिससे इन राष्ट्रों को जनसंख्या के नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलेगी.“