सहेली पर आँख बंद कर ना करें विस्वास, 9.63 लाख रुपये उड़ाने का मामला आया सामने

एक शातिर युवती ने अपनी सहेली की बुजुर्ग मां के खाते से ही 9.63 लाख रुपये उड़ा लिए। युवती ने धोखे से उनके खाते का ब्योरा हासिल किया और वृद्धा के ही मोबाइल में एप डाउनलोड कर यह पैसा अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया।

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बुजुर्ग महिला की बेटी की शिकायत पर आरोपी युवती व उसके माता-पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला क्लेमेंटटाउन थाना क्षेत्र का है। धोखाधड़ी का शिकार सोसाइटी एरिया निवासी 75 साल की बुजुर्ग शांति हुई हैं।

उनकी बेटी सोनिया ठाकुर ने पुलिस को बताया कि किटी पार्टी के दौरान उसकी रमनप्रीत कौर से दोस्ती हुई थी।

बैंक एकाउंट से जुड़ी सारी जानकारी हासिल कर ली

रमनप्रीत का उनके घर में आना जाना हो गया। जिसके बाद पारिवारिक संबंध बन गए। इस दौरान उन्होंने अपनी जमीन रमनप्रीत के माता पिता के नाम बेची थी जिसके उन्हें 11 लाख की रकम मिली।

इसे जमा कराने के लिए सोनिया अपने साथ सहेली रमनप्रीत को भी बैंक ले गई। रमनप्रीत ने बैंक एकाउंट से जुड़ी सारी जानकारी हासिल कर ली। मौका देखकर एक दिन रमनप्रीत ने धोखाधड़ी करके सोनिया की मां शांति के मोबाइल में एप डाउनलोड किया।

इसके बाद अलग अलग तिथियों में 9 लाख 63 हजार की रकम अपने खाते में ट्रांसफर कर ली। इसकी जानकारी जब सोनिया को हुई तो पुलिस से शिकायत की गई।

आरोपी बेटी सहित उसके माता-पिता को भी मुकदमे में नामजद किया

जांच के दौरान पता चला की रमनप्रीत की इस हरकत की जानकारी उसके पिता जगजीत सिंह और मां बलजिंदर निवासी सोसाइटी एरिया कलेमेंटटाउन को भी थी। आशंका इस बात की भी है कि आरोपी रमनप्रीत ने अपने परिजनों के खाते में भी कुछ रकम ट्रांसफर की है। इसी आधार पर आरोपी बेटी सहित उसके माता-पिता को भी मुकदमे में नामजद किया गया है।

आशारोड़ी पुलिस चौकी प्रभारी कोमल सिंह रावत ने बताया है कि आरोपी जगजीत सिंह ने खुद को परिवहन विभाग में तैनात बताया है और रमनप्रीत के एक हॉस्पिटल में काम करने की जानकारी दी है। इस सच्चाई का पता लगाया जा रहा है। बताया कि खुलासा होने के बाद रमनप्रीत ने पैसा लौटाने की हामी भरी थी लेकिन बाद में मना कर दिया।