राम के मंदिर निर्माण के लिए कांग्रेस के इस नेता ने दिया 1 लाख रुपए से अधिक का चंदा, फिर कहा मुझे एतराज…

उन्होंने कहा, ‘मैं आपको यह भी अवगत कराना चाहता हूं कि कुछ संगठन बहुत बड़े पैमाने पर लाठी, बल्लम, तलवारें लेकर मंदिर निर्माण के लिये चंदा वसूल कर रहे हैं. चंदा एकत्रित करने के लिये हथियार लेकर किसी एक समुदाय के खिलाफ भड़काने वाले नारे लगाना मेरी समझ से किसी धार्मिक अनुष्ठान या क्रियाकलाप का हिस्सा नहीं हो सकते. सनातन धर्म का तो कदापि नहीं.’

सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में इसकी वजह से तीन अप्रिय घटनाएं हो चुकी हैं और इससे सामाजिक ताने-बाने को क्षति पहुंची है. अन्य स्थानों पर भी ऐसी घटनाओं की सूचनाएं मिल रही हैं.

मुझे जानकारी नहीं है कि इन लोगों को न्यास ने चंदा वसूल करने के लिये अधिकृत किया या नहीं अथवा वे चंदे की रसीदें भी लोगों को दे रहे है या नहीं उन्होंने कहा, ‘आप देश के प्रधानमंत्री हैं.

उन्होंने आगे लिखा, ‘चूंकि मुझे जानकारी नहीं है कि मंदिर निर्माण हेतु दान करने के लिये कहां और किस बैंक (Bank) के किस खाते में राशि जमा करनी है, इसलिये मैं मंदिर निर्माण में अपने योगदान स्वरूप ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ के नाम रूपए 1,11,111 एक लाख ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह रूपये मात्र का चेक क्रमांक 601147 इस पत्र के साथ संलग्न कर रहा हूं.

आशा है, आप इसे उचित खाते में जमा करवा देंगे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद द्वारा इस साल 15 जनवरी से राम के मंदिर निर्माण हेतु 44 दिनों के राष्ट्रव्यापी चंदा अभियान की शुरूआत की गई है. इसके पहले से भी भगवान राम के मंदिर निर्माण हेतु अनेक ज्ञात और अज्ञात लोगों द्वारा देश के अनेक स्थानों पर चंदा एकत्रित करने का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद (Member of parliament) दिग्विजय सिंह ने अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए एक लाख रुपए से अधिक का चंदा दिया है. दिग्विजय सिंह ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ के नाम 1,11,111 रुपये का चेक काटकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) (Prime Minister Narendra Modi) को भेजा है.

दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा है कि अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम के मंदिर को लेकर उच्चतम न्यायालय के आदेश का हम सभी ने स्वागत किया है लेकिन मंदिर निर्माण के लिए न्यास का जो गठन किया गया है उसमें सनातन धर्म के प्रमुख शंकराचार्यों में से किसी एक को भी सम्मिलित नहीं किये जाने पर मुझे एतराज रहा है. फिर भी मैं चाहूंगा कि अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम का मंदिर निर्माण यथाशीघ्र हो.