राजनीतिक दलों की सियासत के साथ अब साधु संतों की बीच भी सियासत शुरू

मध्य प्रदेश की राजनीति में राजनीतिक दलों की सियासत के साथ अब साधु संतों की बीच भी सियासत शुरू हो चुकी है. कंप्यूटर बाबा के शिवराज सिंह सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त स्वामी अखिलेश्वरानंद ने शिवराज सिंह चौहान के समर्थन में सोमवार को संत समागम का आयोजन किया. जहां एक स्वर में सभी साधु संत शिवराज सरकार की तारीफ करते नजर आए. उन्होंने चौथी बार भी शिवराज सरकार को सत्ता में आने का आशीर्वाद दिया.

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भोपाल में आयोजित इस संत सभा में मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान बेहद खुश नजर आए. खुश होने की वजह ये भी थी कि संत सभा में जुड़े सभी साधुओं ने शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की. दरअसल, कंप्यूटर बाबा ने इस्तीफा देते ही शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजा दिया है. मंगलवार को कंप्यूटर बाबा इंदौर में शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ साधु संतों का समागम करने जा रहे हैं. इस समागम से पहले भोपाल में आयोजित संत सभा में सभी संत शिवराज सरकार की तारीफ करते नजर आए.

बता दें कि मध्य प्रदेश की राजनीति में साधु संतों और धार्मिक स्थलों का बहुत ज्यादा प्रभाव है. प्रदेश की 230 में से तकरीबन 100 से ज्यादा सीटें किसी ना किसी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल से सीधे तौर पर जुड़ी हुई हैं. पिछले तीन चुनाव में धार्मिक स्थलों से जुड़ी ज्यादातर सीटों पर भाजपा का कब्जा रहा है.