भारत से तनातनी के बीच चीन के रक्षा मंत्री करेंगे नेपाल का दौरा, हो रही ये बात…

ऐसे समय में महत्वपूर्ण माना जा रहा है जब सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी पार्टी के अंदर ही जूझ रही है। नेपाल में चीनी राजदूत होउ यानकी ने अपनी राजनीतिक बैठकें तेज कर दी हैं, क्योंकि सत्तारूढ़ एनसीपी टूटने की कगार पर है।

ऐसे में उनकी यह यात्रा सत्तारूढ़ एनसीपी के विवाद खत्म करने और पार्टी को बरकरार रखने के चीनी राजदूत हौ यानकी के प्रयासों से मेल खाती है।

पिछले साल अक्टूबर में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की यात्रा के बाद नेपाल का दौरा करने वाले वेई ऊंची रैंक वाले पहले चीनी अधिकारी हैं। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) में पूर्व रॉकेट फोर्स कमांडर रह चुके जनरल वेई, राष्ट्रपति शी की अध्यक्षता वाले केंद्रीय सैन्य आयोग के 4 सदस्यों में से पहले हैं।

हालांकि काठमांडू की कई मीडिया रिपोटरें के अनुसार, चीन और नेपाल द्वारा अभी इस यात्रा की घोषणा की जानी बाकी है। जनरल वेई की एक दिन की यात्रा तब हो रही है, जब भारत अपने उच्च-स्तरीय अधिकारियों को द्विपक्षीय संबंधों पर बात करने के लिए काठमांडू भेज रहा है, जो सीमा विवाद के कारण प्रभावित हुए हैं।

चीन के रक्षा मंत्री और स्टेट काउंसलर वेई फेंग 29 नवंबर को नेपाल के दौरे पर जाने वाले हैं। भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला की 27 नवंबर को नेपाल यात्रा खत्म होने के 2 दिन बाद वेइ नेपाल पहुंचेंगे।