भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मोदी पर साधा निशाना, राफ़ेल जेट की देरी में ये शामिल

भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लगातार कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों पर किए जा रहे शाब्दिक हमलों का कड़े शब्दों में जवाब दिया है।

प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि, ‘माननीय प्रधानमंत्री, आपको थोड़ी भी शर्मिंदगी महसूस नहीं होती, आपने 30 हज़ार करोड़ रुपये चुराकर अपने मित्र अनिल को दिए, राफ़ेल जेट के आने में देरी के लिए भी आप ही पूरी तरह ज़िम्मेदार हैं।’

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, अट्विटर पर राहुल गांधी ने लिखा कि, ‘आपकी वजह से विंग कमांडर अभिनंदन वायुसेना के बहादुर पायलट पुराने जेट उड़ाकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।’

इस बीच कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी मोदी के हमलों का जवाब देते हुए ट्विटर पर एक वक्तव्य जारी करके लिखा है कि, ‘देश ने ज़िम्मेदारी की जगह प्रधानमंत्री को मोनोलॉग, नक़ली वाहवाही और अपने कामों पर झूठ बोलते देखा है।’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक शब्द ‘मोदी’ के प्रति आसक्त हैं, वह यह भूल जाते हैं कि भारत 132 करोड़ लोगों का एक संपन्न राष्ट्र है जिसमें कई तरह की राय है। उन्होंने कहा, ‘मोदीजी पाकिस्तान प्रायोजित चरमपंथ के ख़िलाफ़ निर्णायक कार्यवाही कब करेंगे? देश की सुरक्षा और ख़ुफ़िया विभागों की असफलता के साथ समझौता करना मोदी सरकार की विशेषता है।

सुरजेवाला ने कहा, ‘पिछले 56 महीनों में अकेले जम्मू-कश्मीर में 498 सैनिक और अधिकारी मारे गए हैं और तो और पाकिस्तान प्रायोजित चरमपंथ की वजह से केवल फ़रवरी 2019 के महीने में ही 55 सैनिकों की मौत हुई है। ‘ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत के सैनिकों की बहादुरी और उनकी मौतों का राजनीतिकरण करते हुए उनका अपने राजनीतिक फ़ायदे के लिए इस्तेमाल किया है, मोदीजी के पक्षपात का सबसे नया उदाहरण हैं राफ़ेल सौदा और 6 में से 5 हवाई अड्डों को अपने घनिष्ठ दोस्त को सौंपना।’

इस बीच कई भारतीय टीकाकारों ने नरेंद्र मोदी की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा है कि, एक ओर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि देश के वीर सैनिकों की मौत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और सबको साथ में मिलकर दुश्मन का मुक़ाबला करना चाहिए और दूसरी ओर अगर सबसे अधिक भारतीय सैनिकों के मारे जाने पर राजनीति किसी ने की है तो वह स्वयं भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह सहित बीजेपी के अधिकतर नेता हैं। टीकाकारों के अनुसार नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बनने से पहले भी देश के सैनिकों की मृत्यु पर राजनिती करते रहे हैं।

उल्लेखनयी है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में उनके विरोधी अधिकतर यह कहते हैं कि वह अपने भाषणों में उनके कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों को गिनाने में असमर्थ हैं क्योंकि उन्होंने अपने कार्यकाल में विकास नहीं किया है इसलिए उनके अधिकतर भाषणों में केवल कांग्रेस और अन्य पार्टियों पर निशाना साधते दिखा गया है। कांग्रेस पार्टी नरेंद्र मोदी पर सबसे अधिक झूठ बलोने का भी आरोप लगाती रही है।