दिल्ली में रहने वालों को चेतावनी!

राजधानी में सर्दी आने से पहले ही प्रदूषण बढना शुरू हो गया है। आलम यह है कि राजधानी की आबोहवा अब सांस लेने लायक नहीं रही है। मंगलवार को राजधानी के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता जानलेवा स्तर तक खराब हो गई।

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पालम और मुंडका में रात 8:30 बजे वायु की गुणवत्ता  का स्तर  999 तक पहुंच गया। वायु की गुणवत्ता में हो रही गिरावट को देख एक बार फिर से दिल्ली के गैस चैम्बर बनने का खतरा बनता दिखाई दे रहा है। सर्दी की शुरुआत में ही राजधानी की हवा खराब हो गई है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार की शाम करीब 6 बजे सबसे कम प्रदूषण पूर्वी दिल्ली स्थित इहबास के पास दर्ज किया गया, जिसका एक्यूआई 81 रहा। विशेषज्ञों की माने तो आने वाले दिनों में भलस्वा कूड़ा ढलाव स्थल पर लगी आग की वजह और उससे  निकलने वाले धुएं से यह स्तर और खराब हो सकता है। दिल्ली में पीएम 10 कणों का स्तर 237 और पीएम 2.5 कणों का स्तर 214 मापा गया है।

दिल्ली में रहने वालों को चेतावनी
सीपीसीबी ने दिल्ली में रहने वाले लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि अनावश्यक घर से बाहर न निकले। साथ ही अस्थमा के रोगियों को सलाह दी है कि वे अपनी दवा साथ लेकर चलें। ऐसी किसी भी तरह की गतिविधियों से बचें, जिनसे उन्हें सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द व थकान का अनुभव हो।

राजधानी में चलने वाली गाडियों से भी हवा में जहर घुल रहा है। वाहनों की भागीदारी करीब 41 प्रतिशत है। दिल्ली के पर्यावरण को खराब करने में इनकी भागीदारी 21.5 प्रतिशत है, जबकि उद्योगों की भागीदारी 18.6 प्रतिशत है।

सख्ती से लागू होगा ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान
राजधानी में भारी प्रदूषण के बीच दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने मंगलवार को ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) को सख्ती से लागू करने के लिए मैराथन बैठक की। बैठक में दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव, तीनों निगमायुक्त, एनडीएमसी के अध्यक्ष व पर्यावरण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सरकार ने सभी एजेंसियों को प्रदूषण से लडने के लिए वार मोड में काम करने के निर्देश दिए हैं।

स्थानीय निगमों को भवन निर्माण स्थल पर निर्माण संबंधी मटीरियल के ढेर लगने पर पर्याप्त उपाय करने कहा गया, ताकि इससे भारी प्रदूषण न फैले। साथ ही, पर्यावरण वालंटियर व राजस्व विभाग के अधिकारी भी भवन निर्माण के काम पर नजर रखेंगे। वहीं, दिल्ली मेट्रो से कहा गया कि निर्माण स्थल पर भारी धूल न उड़े, इसका पूरा ध्यान रखा जाए।

रेडी मिक्स कंक्रीट प्लांट का भी निरीक्षण किया जाना जाएगा, ताकि यह जांच हो सके कि क्या यह ज्यादा प्रदूषण फैला रहा है। पर्यावरण मंत्री ने लोक निर्माण विभाग व दिल्ली फायर सर्विस को पानी का छिड़काव करने को कहा, ताकि धूलकण को कम किया जा सके। नगर निगम को खुले में प्लॉस्टिक व कचरा जलाने पर सख्ती से रोक लगाने कहा गया है।

प्रदूषण फैलाया तो कार्रवाई 

  • सड़कों की मैकेनिकल स्वीपिंग से होगी सफाई
  • पानी के छिड़काव में आएगी और तेजी
  • बिल्डिंग मैटीरियल को खुले में ले जाने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
  • स्थानीय एमसीडी और राजस्व विभाग की 2 संयुक्त टीमें निर्माण कार्य पर नजर रखेंगी
  • उल्लंघन करने वालों पर होगी कार्रवाई
  • औद्योगिक इलाकों में तैनात होंगे मार्शल
  • डीजल के पुराने वाहनों को जब्त करने के मामले में आएगी और तेजी
  • कूड़ा-कचरा जलाने पर रोक के लिए तीनों एमसीडी और सख्ती से करेंगी कार्रवाई