जम्मू-कश्मीर में बारिश के बाद हिमपात और भूस्खलन, 3,500 से अधिक वाहन फंसे

जम्मू-कश्मीर में बारिश के बाद हिमपात और भूस्खलन होने की वजह से बाद श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रविवार दूसरे दिन भी बंद रखा गया है जिसके कारण यात्री वाहन समेत कश्मीर जाने वाले 3,500 से अधिक वाहन फंसे हुये हैं.

बर्फ के जमाव की वजह से लद्दाख क्षेत्र से कश्मीर को जोड़ने वाले श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग और दक्षिण कश्मीर में शोपियां और जम्मू क्षेत्र में राजौरी और पुंछ के बीच के ऐतिहासिक 86 किलोमीटर लंबे मुगल रोड के अलावा अनंतनाग-किश्तवाड़ रोड पिछले वर्ष दिसंबर से ही बंद है. जवाहर सुरंग के दोनो ओर हिमपात होने और रामबन एवं रामसू के बीच बारिश होने के बावजूद शनिवार को यातायात अधिकारियों ने वाहनों को जम्मू से श्रीनगर जाने की अनुमति दी थी. इस दौरान रामबन और रामसू के बीच के कई जगहों पर भूस्खलन हुआ.

सूत्रों ने बताया कि शनिवार सुबह जम्मू से रवाना होने वाले यात्री वाहन समेत 3,500 से अधिक वाहन राजमार्ग पर फंस गये हैं. कुछ यात्री वाहन जम्मू लौट आये हैं. इस बीच चंदरकोट और अन्य जगहों पर स्थानीय लोग फंसे यात्रियों को मुफ्त में आश्रय और भोजन उपलब्ध करा रहे हैँ. राजमार्ग के रखरखाव के लिए जिम्मेदार भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण( एनएचएआई) और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने राजमार्ग को साफ करने का काम शुरू करा दिया है हालांकि बीच-बीच में पत्थर गिरने के कारण में बाधा आ रही है. सूत्रों ने बताया कि राजमार्ग पर अलग-अलग जगहों पर तैनात जवानों से हरी झंडी मिलने के बाद फंसे वाहनों को आगे जाने की अनुमति दी जाएगी. राजमार्ग के बार-बार बंद हो जाने के कारण कश्मीर घाटी में पेट्रोल, डीजल एलपीजी गैस सिलेंडरों समेत ताजा सब्जियां, मांस, चिकन जैसी आवश्यक वस्तुओं की कमी हो गई है. कश्मीर इन वस्तुओं के लिए पूरी तरह से दूसरे राज्यों से आयात पर निर्भर है.