उत्तर प्रदेश अधीनस्त सेवा चयन आयोग की चकबंदी लेखपाल की भर्ती प्रक्रिया इस कारण रद्द

उत्तर प्रदेश अधीनस्त सेवा चयन आयोग द्वारा शुरू की गई चकबंदी लेखपाल की भर्ती प्रक्रिया रद्द कर दी गयी है। इस भर्ती में 1364 पद थे और 6 मार्च से इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई थी।

लेकिन अब सरकार ने अचानक से इस भर्ती को बीच में ही रोक देने का फैसला लिया है। दरअसल, इस भर्ती में ओबीसी व एसटी वर्ग के लिए एक भी पद आरक्षित नहीं थे और इसे बड़ी चूक मानते हुए सरकार ने पुन: पदों की समीक्षा कर फिर से विज्ञापन जारी करने का कहा है। यानी ओबीसी वर्ग के लिए पद आरक्षित किये जाने के बाद ही अब यह भर्ती शुरू होगी। वहीं, ओबीसी व एसटी वर्ग की एक भी सीट आरक्षित न होने के विज्ञापन को लेकर सोशल मीडिया पर योगी सरकार की जमकर किरकिरी हो रही थी और इस पर राजनीति भी शुरू हो गई थी।

बता दें कि अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार ने चकबंदी आयुक्त को पत्र लिखकर शासन द्वारा उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से इस भर्ती प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोकते हुए और भर्ती के संबंध में पूर्व में जारी विज्ञापन के शीघ्र निरस्तीकरण की कार्रवाई करने को कहा है। साथ ही कार्रवाई से शासन को अवगत कराने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि इस भर्ती में 1364 पद थे और बारहवीं पास युवाओं से इसके लिये आवेदन मांगे गये थे। चकबंदी लेखपाल भर्ती के 1364 पदों में अनारक्षित के तौर पर 1002 सीटें थी व एससी की 362 सीटें थी। जबकि ओबीसी व एसटी वर्ग के लिए एक भी सीट आरक्षित नहीं की गयी थी। सरकार की ओर से पहले तो आयोग से ओबीसी सीटें आरक्षित न होने की वजह पूछी गयी थी।

उसके बाद अब इसी भर्ती को स्थगित कर दिया गया है हालांकि जिन लोगों ने आवेदन कर दिया है, उनके संबंध में अभी किसी तरह का आदेश नहीं आया है। संभावना है कि इस भर्ती में ओबीसी वर्ग की सीटें जोडकर भर्ती प्रक्रिया फिर शुरू कर दी जायेगी और जिन्होंने आवेदन किया है, उनके आवेदन को स्वीकार्य माना जायेगा। साथ ही उनके लिये संशोधन की प्रक्रिया भी उपलब्ध होगी। वहीं अब इस भर्ती के और पीछे खिसकने का अनुमान है। चूंकी आज लोकसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा हो सकती है, ऐसे में तारीखों से सामंजस्य व चुनाव आयोग की अनुमति के बाद ही यह भर्ती प्रक्रिया अब आगे बढ़ सकेगी।