उत्तराखंड के कॉलेजों में गरमाया चुनावी माहौल, बिना अनुमति जुलूस निकालने पर एसएसपी ने उठाया ये कदम

सत्ताधारी दल से जुड़े अभाविप (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्) कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को पुलिस की एक नहीं सुनी। पुलिस के बार-बार मना करने पर भी कार्यकर्ताओं ने बिना अनुमति के शहर में जुलूस निकालकर लिंग दोह समिति की सिफारिशों का सरेआम उल्लंघन किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण मोहन जोशी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए।

पुलिस ने अभाविप प्रत्याशी सागर तोमर, दर्जाधारी मंत्री जितेंद्र रावत उर्फ मोनी, भाजयुमो के महानगर अध्यक्ष श्याम पंत और सुनील थापा को नामजद करने के साथ 700-800 अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। डीएवी कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव में अभाविप के प्रत्याशी सागर तोमर ने बृहस्पतिवार को शक्ति प्रदर्शन दिखाने के लिए अपने सभी समर्थकों को लार्ड वैंकटेश्वर वेडिंग प्वाइंट में एकत्रित किया। सीओ डालनवाला जया बलूनी ने प्रत्याशी सागर तोमर और अन्य छात्र नेताओं को बिना अनुमति के जुलूस न निकालने को कहा।

सत्ताधारी दल से जुड़े कार्यकर्ताओं ने मनमानी करते हुए जुलूस निकाला चेतावनी भी दी यदि जुलूस निकाला गया तो कार्रवाई की जाएगी। छात्र नेताओं ने एसएसपी अरुण मोहन जोशी से बात की तो उन्होंने दो टूक कहा कि जुलूस निकाला तो हर हालत में मुकदमा दर्ज होगा। सत्ताधारी दल से जुड़े कार्यकर्ताओं ने मनमानी करते हुए जुलूस निकाला। ढोल-नगाड़े और नारेबाजी के बीच ईसी रोड होते हुए डीएवी पीजी कॉलेज से जुलूस निकाला।
एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बिना अनुमति के जुलूस निकालने पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने सीओ जया बलूनी को कार्रवाई के निर्देश दिए। करनपुर चौकी प्रभारी कोमल सिंह रावत की तरफ से बिना अनुमति के जुलूस निकालने के मामले में धारा-147, 283 और 342 के तहत डालनवाला थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। मुकदमे में उप निरीक्षक रावत ने बताया कि अभाविप प्रत्याशी सागर तोमर, युवा कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष (दर्जाधारी मंत्री), भाजयुमो के महानगर अध्यक्ष श्याम पंत आदि को समझाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन उन्होंने उनकी एक बात भी नहीं मानी। जुलूस से जाम लगने के कारण लोगों को परेशानी हुई।