इन गाड़ियों के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए सरकार ने लिया यह बड़ा फैसला

पेट्रोल-डीजल की गाड़ियां बंद नहीं होंगी और इलेक्ट्रिक गाड़ियों के जैसे ही सरकार अब हाइब्रिड गाड़ियों के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए उसकी कीमत पर कटौती कर सकती है. इसका मतलब ये है कि हाइब्रिड गाड़ियों भी सस्ती होने वाली है. केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने SIAM कॉन्कलेव में इस बात के संकेत दिए हैं. उन्होंने संकट से जूझ रहे ऑटो सेक्टर को सरकार से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. इसके साथ ही उन्होंने इस बात का भी ऐलान किया कि सरकार जल्द ही हाइब्रिड गाड़ियों पर भी जीएसटी रेट कम कर सकती है. गडकरी ने कहा, ‘जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया है, वित्त मंत्री को हाइब्रिड वाहनों पर भी ये लाभ देने का सुझाव दिया जाएगा.’

हाईब्रिड कार वो होती है, जिसमें दो इंजन होते हैं या फिर यूं कहे कि पेट्रोल-डीजल इंजन के अलावा इसमें एक इलेक्ट्रिक मोटर भी होती है, जो कि फ्यूल खत्म होने पर भी गाड़ी को चलने में मदद करती है. फ्यूल इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर की मिलीजुली पावर वाली टेक्नोलॉजी गाड़ियों को हाइब्रिड बनाती है. ये कार पूरी तरह इलेक्ट्रिक नहीं होती है, ऐसे में ये आपको फ्यूल और बैटरी दोनों से ही चलने का ऑप्शन देती है. आम डीजल या पेट्रोल वाली कार के मुकाबले हाइब्रिड कार 20 से 30 फीसद तक फ्यूल बचाती है.

इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने पेट्रोल और डीजल वाहनों पर प्रतिबंध के कयास को भी नकार दिया. उन्होंने कहा, ‘ऐसी बातें चल रही हैं कि सरकार पेट्रोल और डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगा देगी. मैं ये स्पष्ट करना चाहता हूं कि सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है. हम ऐसा कुछ नहीं करने जा रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय कमर्शियल व्हीकल्स की मांग पैदा करने के लिए अगले तीन महीने में पांच लाख करोड़ रुपए तक की 68 सड़क परियोजनाएं शुरू करेगा.

गडकरी बोले- मैं वित्तमंत्री तक बात पहुंचा दूंगा पेट्रोल-डीजल की गाड़ियों पर भी जीएसटी कम करने के बारे में गडकरी ने कहा कि ये आपकी (उद्योग जगत की) मांग है कि पेट्रोल एवं डीजल वाहनों पर टैक्स कम होना चाहिए. आपके सुझाव अच्छे हैं. मैं आपका संदेश वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण तक पहुंचा दूंगा. उन्होंने कहा कि अगर ये (जीएसटी) कुछ समय के लिए भी कम किया गया तो इससे मदद मिलेगी. बिक्री बढ़ाने के लिए वाहन क्षेत्र को मदद की जरूरत है. सिआम के अध्यक्ष राजन वढेरा ने इससे पहले अपने संबोधन में वाहनों पर जीएसटी कम करने के बारे में सरकार से विचार करने का अनुरोध किया था.

मंत्री ने गाड़ियों की बिक्री बढ़ाने के लिए वाहन कंपनियों को खुद की वित्तीय कंपनियां शुरू करने का भी सुझाव दिया. सीआईआई के मनोनीत अध्यक्ष उदय कोटक ने वाहन निर्माताओं को निर्यात पर ध्यान देने को कहा. उन्होंने कहा कि घरेलू मोर्चे पर नरमी के दौर में इससे राजस्व का नया स्रोत खुलेगा.