आपकी ये लापरवाही बन सकती है बावासीर की समस्या

बावासीर यानि पाइल्स एक ऐसी बीमारी है जिसके विषय में लोग खुल कर सलाह लेना पसंद नहीं करते । लेकिन इस शारीरिक समस्या को लंबे समय तक दबा कर रखने से बात बिगड़ सकती है ।

ज़रुरी नहीं कि बावासीर उम्रदराज़ लोगों को ही हो, आजकल असंतुलित जीवनशैली के कारण, झटपट तैयार होने वाले स्नैक, फास्टफूड इत्यादि खाने वाले युवाओं को भी पाइल्स की परेशानी हो सकती है ।

बावासीर क्यों होता है

सबसे पहले तो ये समझें कि बावासीर होता ही क्यों है और किसे अपनी चपेट में लेता है । अगर आपके परिवार में किसी को बावासीर की समस्या रही है तो संभव है कि ये आपको भी हो ।

इसका सबसे बड़ा कारण है खाना ठीक से ना पचना और नियमित रुप से कब्ज रहना । मल त्याग करने के दौरान अत्यधिक प्रेशर डालने के कारण मल मार्ग की अंदरुनी नलिकाओं पर भी दबाब पड़ता है जिससे उनमें सूजन आ जाती है जो बाद में बावासीर का रुप ले लेती है ।

आपको बता दें कि ऐसा कोई भी काम जिससे गुदा वाले हिस्से में लगातार दबाब बनता हो, उसे करने से बावासीर होने सी संभावना रहती है जैसे-

  1. अधिकांशत: मल-मूत्र रोक कर रखने से
  2. एक ही पोज़िशन में लगातार बैठने से
  3. मसालेदार या तैलीय चीजें अधिक खाने से
  4. अत्यधिक वजन बढने से या वेट लिफ्टिंग से
  5. गर्भावस्था में गुदा वाले हिस्से में दबाव बढने से

बावासीर दो तरह का है

सबसे पहले तो आप ये समझें कि बावासीर दो तरह के होते हैं एक आंतरिक और दूसरा बाहरी । अंदरुनी बावासीर में मल त्याग करने वाले मार्ग के भीतर की तरफ मस्से जैसा निकला होता है ।

मल त्यागने के दौरान जिसमें दर्द या खून आने लगता है । आप इसे ऐसे समझ सकते हैं कि गुदा पर लगातार दबाब पड़ने से जिन नलिकाओं में सूजन आ जाती है वो मस्से जैसा बन कर बावासीर का रुप ले लेती है ।

‘बावासीर बढने पर मल त्यागने के दौरान ये मस्से बाहर की ओर आ जाते हैं और इनमें तेज दर्द होता है कई बार भारी मात्रा में रक्त स्त्राव हो जाता है जिससे रोगी को शारीरिक कमज़ोरी हो जाती है ।

बाहरी बावासीर में मस्सा ऐनल ऐरिया के बाहरी सतह पर होता है । इसमें खुजली के साथ खून आने जैसी समस्या रहती है ।

बावासीर इसके मुख्य लक्षण

  • मल त्यागने के दौरान खून आना
  • ऐनल ऐरिया में लगातार खुजली या दर्द
  • ऐनल के आसपास मस्सा जैसा फील करना

बावासीर का रामबाण घरेलू उपचार

  • मूली के रस का नियमित रुप से सेवन बावासीर के ईलाज में लाभदायक होता है ।
  • गुड़ के साथ हरड़ का सेवन भी बावासीर के लक्षणों को समाप्त कर सकता है ।
  • नियमित रुप से जीरा और अजवाईन डालकर छाछ पीने से भी इस रोग से राहत मिलती है ।
  • खून आ रहा हो तो दही के साथ कच्चे प्याज का सेवन लाभदायक होत सकता है ।
  • फाइबर युक्त भोजन करें, जल्दी पचने वाले भोजन करने से आराम मिलता है ।